जब भी आप कोई समान खरीदने बाजार जाते है या ऑनलाइन शॉपिंग करते है तो आपको No Cost EMI हमेशा सुनने को मिलता है खास कर त्याहारों के समय तो No Cost EMI वाले ऑफर पर ढेर सारे प्रोडक्टस मिलते रहते है।
आपको हम आज इसी ऑफर के बारे विस्तार मे जानकारी देने वाले वाले है की No Cost EMI क्या होती है और आप इस से इन्टरेस्ट फ्री ईएमआई पर समान कैसे खरीद सकते है और No Cost EMI की सुविधा देने वाले बैंक और विक्रेताओ को No Cost EMI से क्या फायदा होता है।
No Cost EMI क्या है

No Cost EMI विभिन्न बैंको द्वारा जारी एक ऐसी स्कीम है जिस से आप बिना कोई इन्टरेस्ट दिए कोई भी समान ईएमआई पर ले सकते है यह ईएमआई 6 महीने से लेकर कर 1 साल तक के लिए हो सकती है।
No Cost EMI का फायदा आप ऑनलाइन वेबसाइट्स पर भी ले सकते है जैसे की amazon.in या फिर flipkart.com इसके अलावा आपको ऑफलाइन स्टोर पर भी यह सुविधा मिल सकती है बड़े स्टोर पर आपको यह सुविधा आसानी से मिल जाएगी।
बजाज फाइनैन्स ऑफलाइन स्टोर्स मे No Cost EMI प्रदान करने वाली काफी नामी कंपनी है आपको बस कुछ प्रोससेसिंग फीस देकर एक बजाज कार्ड बनाना होता है जो आपके मोबाईल नंबर से भी जुड़ा हुआ होता है, इसके बाद आप किसी भी स्टोर पर चले जाए अगर वहाँ बजाज द्वारा No Cost EMI की सुविधा है तो फिर आप आसानी से कोई भी प्रोडक्ट खरीद सकते है।
No Cost EMI पर समान खरीदने से क्या फायदा होता है
शुरू मे जब No Cost EMI नहीं हुआ करती थी तो लोग ईएमआई पर समान खरीदने के लिए से हिचकिचाते थे क्युकी उन्हे कोई भी समान खरीदने के लिए उसके मूल्य का भुगतान तो करना ही पड़ता था साथ ही साथ उन्हे भारी भरकम इन्टरेस्ट रेट पर ब्याज भी काफी लग जाता था।
इन्ही सब को ध्यान मे रखते हुए नो कोस्ट ईएमआई को लाया गया जिसमे सिर्फ आपसे वस्तु की कीमत वसूली जाती है उसके साथ आपको किसी भी तरह का ब्याज नहीं देना होता है।
इसकी वजह से अब लोग आसानी से किश्तों मे कोई भी समान की खरीददारी कर सकते है और इस से उनके पॉकेट पर एक बार मे ज्यादा भार भी नहीं पड़ता है।
हालांकि ब्याज No Cost EMI पर भी लगता है लेकिन वह वस्तु के मूल्य मे सम्मिलित रहता है यानि की जितनी वस्तु की कीमत है उसी के अंदर ब्याज भी शामिल होता है इसके बारे हम आगे विस्तार से बताने वाले है।
No Cost EMI से विक्रेताओ या ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स को क्या फायदा होता है
No Cost EMI से ना सिर्फ ग्राहकों को फायदा होता इसके साथ ही विक्रेताओ को भी काफी फायदा होता है, उन्हे ज्यादा से ज्यादा ग्राहक प्राप्त होते है जैसे की एक उदाहरण से आपको हम समझाते है
किसी ग्राहक को एक फोन लेना है जिसकी कीमत 20,000 रुपये है परंतु उसके पास अभी इतने पैसे नहीं है तो वह फोन नहीं खरीदेगा लेकिन अगर उसे किश्तों मे वही फोन मिल जाए वो भी बिना किसी भी प्रकार का ब्याज दिए तो वह फोन जरूर खरीदेगा इस से फोन के बिक्री मे वृद्धि होगी और इसका सीधा सीधा फायदा विक्रेताओ को भी होगा।
अब आपको लग रहा होगा की इसमे तो ग्राहक का भी फायदा हो रहा है और विक्रेता का भी तो इसमे बैंक कैसे लाभ कमा रहे है? अगर आपको लगता है की बैंक इसमे लाभ नहीं कमा रहे है तो आप गलत है।
बैंक को जितना ब्याज चाहिए वो उतना ले ही रहे है वो कैसे इसके बारे आगे हमने बताया है इसके साथ ही No Cost EMI स्कीम काम कैसे करती है उसे भी हमने विस्तार से बताया है।
No Cost EMI की सुविधा देने वाले बैंक को फायदा
मान लीजिए 20000 रुपये के फोन पर विक्रेता को 4000 रुपये का मार्जिन होता है यानि की हर फोन पर विक्रेता 4000 रुपये का लाभ कमाता है, और वह विक्रेता महीने मे 500 फोन बेच कर हर महीने 20,00,000 रुपये का लाभ काम रहा है।
अब इसके बाद बैंक की एंट्री होती है बैंक विक्रेता को कहता है की हम आपके हर महीने होने वाले लाभ को दुगुना या उस से ज्यादा का भी लाभ करवा सकते है।
वो कैसे इस उदाहरण से समझिए :-
समान्यतः हर विक्रेता फोन खरीदने पर थोड़ा सा डिस्काउंट दे देता है जैसे की किसी फेस्टिवल के समय 20,000 के फोन पर 2,000 रुपये की छूट।
तो बैंक यह कहता है की आप वो डिस्काउंट के पैसे हमे दे दीजिए और ग्राहकों को 20,000 रुपये मे ही फोन बेचे। उसके बदले हम आपके ग्राहकों को No Cost EMI की सुविधा प्रदान करेंगे जिस से आपके फोन की बिक्री मे वृद्धि होगी।
और होता भी ऐसा ही है जो विक्रेता पहले 500 फोन बेच कर 20,00,000 रुपये का लाभ कमा रहा था अब वही विक्रेता 1,000 से लेकर 2,000 फोन तक बेच पा रहा है जिसे उसके लाभ मे भी वृद्धि हुई है।
कुल मिला कर No Cost EMI से ग्राहकों, विक्रेताओ और बैंक तीनों का ही फायदा होता है।